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थायराइड क्या है, थायराइड के कारण, लक्षण, और घरेलू उपचार हिंदी में

थायराइड बीमारी दुनिया में होने वाली तमाम तरह की आम बीमारियों में से एक है जिससे विश्व में लगभग हर दसवां व्यक्ति ग्रसित है, आंकड़ों के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे विकसित देशों में करीब 2 करोड़ लोग थायराइड बिमारी से जूझ रहे हैं. तो इस पोस्ट में आप थायराइड क्या है, थायराइड क्यों होता है (थायराइड के कारण) और थायराइड के प्रकार को जानेंगे इसके अलावा आप थायराइड के उपाय और घरेलू नुस्खों को इस पोस्ट में जानेंगे.

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आयुर्वेद के अनुसार वात, पित्त और कफ के कारण थायराइड विकार जन्म लेता है, ऐसा इसलिए कि जब-जब व्यक्ति के शरीर में वात एवं कफ दोष होता है, तब-तब व्यक्ति को थायराइड विकार होता है. 

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थायराइड क्या है

थायरॉइड मानव शरीर की ग्रंथियों में से एक होती है जो कि गले के नीचे पाई जाती है, थायराइड चयापचय के उत्पादन और शरीर के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाती है थायराइड हार्मोन ट्रायोडोथायरोनिन और थायरोक्सिन जारी करता है यह हार्मोन्स शरीर की अनेकों गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं जिसमें दिल की धड़कन और कैलरी की खपत को कंट्रोल करना आदि शामिल हैं,

थायरॉइड ग्रन्थियाँ मानव शरीर में पाई जाने वाली सबसे बड़ी अतस्रावी (bleeding) ग्रंथियों में से एक होती है, थायरॉइड ग्रंथि एक द्विपिंडक रचना होती है जब ये हार्मोंस असंतुलित हो जाते हैं तो व्यक्ति के शरीर का वजन कम या ज्यादा होने लगता है, जिससे थायरॉइड की समस्या जन्म लेती है.

थायराइड क्यों होता है

थायराइड हमारी जीवनशैली में परिवर्तन के लिए अच्छी तरह से प्रतिक्रिया करता है, बैसे तो थायराइड की समस्या होने के अनेक कारण हो सकते हैं, ऐसे ही कुछ थायराइड के कारण हमने नीचे बताये हैं.

  1. पहले कभी थाइराइड का होना  
  2. गोइटर के होने से
  3. आयु 30 साल से अधिक होने से
  4. टाइप-1 मधुमेह या अन्य ऑटोइम्यून विकारों का पूर्व इतिहास
  5. थायरायड रोग या ऑटोइम्यून थायराइड रोग का पारिवारिक इतिहास
  6. टाइप-2 मधुमेह होने के कारण से
  7. गलत खान-पान जैसे अधिक मसालेदार और अधिक तला भुना खाना
  8. जंक फ़ूड एवं मैदा से बने खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन
  9. बढ़ता वजन और मोटापे के कारण

इसके अलावा डिलीवरी के बाद महिला के शरीर में बदलाव आने के कारण से भी थायराइड की समस्या जन्म ले सकती है. "Recommended Video"

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थायराइड के प्रकार

आपके दिमाग में अब सवाल होगा कि आखिर थायराइड कितने प्रकार का होता है तो हम जानकारी के लिए बता दें किए दो प्रकार का होता है हाइपरथायराइडिज्म और हाइपोथायराइडिज्म इन दोनों के लक्षण अलग-अलग प्रकार के होते हैं, हाइरथायराइडिज्म में थायरॉइज हार्मोन ज्यादा मात्रा में बनने लगता है, इस स्थति में T3 और T4 का स्तर बढ़ने और TSH का स्तर घटने लगता है .

वहीं दूसरी और हाइपोथायराइडिज्म की बात की जाये तो इसमें थायराइज हार्मोन का उत्पादन कम होता है, ऐसे में T3 और T4 का स्तर घटने और TSH का स्तर बढ़ने लगता है

थायराइड के शुरुआती लक्षण

थायराइड विकार के शुरूआती लक्षण हर व्यक्ति में लगभग अलग-अलग होते हैं परन्तु यह इस बात पर निर्भर करता है कि शरीर में थायराइड हार्मोन का लेवल सामान्य से अधिक या कम है या फिर नहीं आंकड़ों के अनुसार पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड की समस्या होने की अधिक संभावना होती है.

करीब हर आठवीं महिला को अपने जीवन काल में कम से कम एक बार थायराइड की समस्या होने की संभावना रहती है, उम्र, शरीर के प्रकार और शरीर में थायराइड हार्मोन की मात्रा जैसे कुछ कारकों के आधार पर कुछ महिलाओं को दूसरों की तुलना में थायराइड की समस्या बनने का खतरा अधिक रहता है.

नीचे हमने कुछ थायराइड के शुरुआती लक्षण बताये हैं जो कि थायराइड रोगी के शुरुआती समय में होते हैं. थायराइड के लक्षण निम्न प्रकार हैं-

  1. थकान महसूस करना
  2. वज़न कम होना या बढ़ना
  3. बालों का अधिक झड़ना
  4. गर्दन पर आसामन्य बृद्धि का होना
  5. दिल से सम्बंधित समस्याएं होना
  6. मिजाज़ में बदलाव होना
  7. पीरियड्स का अनियमित होना

हालांकि ये लक्षण आवश्यक रूप से थायराइड विकार का संकेत नहीं दे सकते हैं लेकिन यदि आप थायराइड की समस्या के उपरोक्त लक्षणों में से किसी एक भी लक्षण का अनुभव करते हैं तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लें. 

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थायराॅइड से बचाव के उपाय

किसी भी विकार का इलाज करने से पहले उसके बचाव के बारे में जानना बेहद ज़रूरी होता है, नीचे हमने कुछ थायराइड से बचाव के उपाय बताये हैं जिनको अपनाकर आप थायराइड से बच सकते हैं -

  • प्रतिदिन योगा करें
  • रोज़ाना 15 से 20 मिनट धुप में बैठें
  • पर्याप्त मात्रा में नींद लें
  • ज्यादा फलों और सब्ज़ियों का सेवन करें
  • पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करें
  • नारियल तेल से बना खाना खाएं
  • रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पियें

उपरोक्त के अलावा आप शारीरिक श्रम भी करें यह उपाय थायराइड से बचने का बेहतरीन उपायों में से एक माना जाता है.

थायराइड का रामबाण इलाज

आपने ऊपर थायराइड से बचने के उपायों को जाना अब थायराइड के घरेलू उपचार (thyroid home remedies) के बारे में जानेंगे हमने जो घरेलू नुस्खे नीचे बताये हैं वे थायराइड विकार से आपको राहत दिला सकते हैं, लेकिन यह स्पष्ट कर दें कि हमारे द्वारा नीचे बताये गए घरेलू नुस्खे हर किसी पर असर करें संभव नहीं है.

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ऐसा इसलिए क्योंकि हर किसी की शारीरिक क्षमता व थायराइड की अवस्था अलग-अलग हो सकती है ऐसे में कुछ नुस्खे किसी पर असर कर सकते हैं और किसी पर नहीं इसलिए उपचार के साथ-साथ इन घरेलू नुस्खों (home remedies) को इस्तेमाल करने से पहले आप डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें 

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1. प्याज से थायराइड का इलाज

डॉक्टर शिल्पी के अनुसार प्याज में सल्फर पाया जाता है जो कि सूजन को कम करने के साथ-साथ शरीर को डिटॉक्स भी करता है, कटे प्याज को गर्दन पर यानि थायरॉयड ग्लैंड के आस-पास रगड़ने से थायरॉयड को कंट्रोल किया जा सकता है. 

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इसके लिए आप सबसे पहले एक लाल प्याज लें उसके बाद उस प्याज को बीच में से दो हिस्सों में काट दें, इसके बाद कटे प्याज से थायराइड ग्लैंड के आस-पास मसाज करें लेकिन ध्यान रखें मसाज करने के बाद गर्दन को धोएं नहीं, प्याज के रस को रातभर गर्दन में लगा रहने दें इस उपाय को कुछ दिन तक नियमित रूप से करने पर आपको इसके नतीजे दिखने शुरू हो जाएंगें. 

2. धनिया से थायराइड का इलाज

थायराइड विकार को नियंत्रित करने के लिए धनिया के जूस को थायराइड का रामबाण इलाज माना जाता है, इसके लिए रोजाना सुबह खाली पेट हरा धनिया के जूस का सेवन आप कर सकते हैं  दो-तीन सप्ताह तक नियमित धनिया जूस पीने से थायराइड को कंट्रोल किया जा सकता है.

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थायराइड के लिए धनिया जूस बनाने के लिए आप हरे धनिया की ताज़ा पत्तियाँ लेकर उनको मिक्सी में डाल दें साथ ही थोड़ा पानी और चुटकी भर नमक व मिर्च भी डाल दें, थोड़ी देर मिक्सी चलाएं और फिर जूस को छानकर सेवन करें.

3. थायराइड में अजवाइन के फायदे

थायराइड रोगियों के लिए अजवायन का सेवन रामबाण काम करता है, थायराइड रोगी के गले में होने वाले दर्द और चुभन में अजवाइन का गर्म पानी पीने से दर्द और चुभन में काफी आराम मिलता है, दरअसल अजबयान एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है, जो कि गले के इंफेक्शन को दूर करके थायराइड में आराम देता है. 

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इसके लिए आप पानी में अजवाइन डालकर पानी उबालें और इस उबले पानी को छानकर पी सकते हैं

4. थायराइड में दालचीनी के फायदे

थायराइड में दालचीनी के फायदे- दालचीनी औषधीय गुणों का भंडार होती है यही कारण है कि इसको तमाम बीमारयों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है लेकिन क्या आपको पता है दालचीनी थायराइड में भी रामबाण काम करती है जी हाँ आपने बिल्कुल सही सुना.

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क्योंकि दालचीनी में एंटीमाइक्रोबियल, एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट,एंटी-इंफ्लेमेटरी और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस जैसे गुण मौजूद होते हैं जोकि थायराइड सेल्स को पनपने से रोकते हैं और थायराइड रोग से बचाव करने में हमारी मदद करते हैं.

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5. थायराइड में लहसुन के फायदे

थायरॉइड में लहसुन का सेवन करना बेहद फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इसमें फ्लेवोनॉइड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जोकि थायरॉइड में होने वाली परेशानियों को ठीक करने में रोगियों की मदद करता है थायरॉइड में लहसुन खाने से यह थायरॉइड ग्रंथि को पर्याप्त मात्रा में पोषण प्रदान करता है.

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थायरॉइड रोगी को लहसुन का सेवन करने से प्रतिरोधक क्षमता को मजबूती मिलती है, और थायरॉइड के दौरान होने वाली तरह-तरह की समस्याओं से लड़ने में रोगी की मदद करता है.

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Question 1 : थायराइड का पक्का इलाज क्या है?

Answer : थायराइड का पक्का इलाज करने के लिए आप घरेलू नुस्खों में शुमार मुलेठी का सेवन कर सकते हैं, इसके अलावा धनिया और काली मिर्च से भी आप थायराइड का परमानेंट इलाज कर सकते हैं.

Question 2 : थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है? 

Answer : थायराइड का जल्दी या देर से ठीक होना आपकी समस्या के ऊपर निर्भर करता है, समस्या अगर ज्यादा गंभीर है तो छह महीने से एक साल भी लग सकता है, और यदि समस्या अधिक गंभीर नहीं है तो एक से तीन महीने का समय थायराइड ठीक होने में लग सकता है.

Question 3 : थायराइड में पपीता खाना चाहिए या नहीं?

Answer : फोर्टिस हॉस्पिटल की आहार विशेषज्ञ डॉ. नियति लिखिते के अनुसार थायराइड में पपीता लिया जा सकता है, इसके अलावा थायराइड रोगी को सेब अनानास खाने की सलाह भी देती हैं हालाँकि उच्च कैलोरी वाले फलों से बचने की सलाह भी देती हैं.

Question 4 : थायराइड के मरीज को कभी नहीं करनी चाहिए ये 7 चीजें?

Answer : थायराइड के मरीजों को निम्न 7 बातों का पालन करना चाहिए इससे थायराइड को जल्दी ठीक करने में मदद मिल सकती है.

  1. उच्च कैलोरी फूड्स का सेवन कम करें
  2. मैदा प्रोडक्ट का सेवन बिल्कुल न करें
  3. चाय कॉफी का सेवन बिल्कुल ना करें
  4. सोयाबीन और सोया युक्त पदार्थ ना खाएं
  5. ब्रोकली, पालक, और फूलगोभी (कच्ची अधपकी हरी पत्तेदार सब्ज़ी) का सेवन कम से कम करें
  6. मीठे का सेवन कम मात्रा में करें
  7. प्रोसेस्ड या जंक फूड्स का सेवन कतई न करें

Question 5 : क्या थायराइड जानलेवा बीमारी है?

Answer : जी नहीं थायराइड विकार जानलेवा तो नहीं है चूंकि इलाज से यह समस्या आसानी से ठीक हो जाती है, लेकिन पूर्णता: यह स्पष्ट भी नहीं है कि यह बीमारी जानलेवा नहीं है, इसलिए इसको नज़रअंदाज़ करना बिल्कुल भी उचित नहीं है.


डिस्क्लेमर : इस पोस्ट में दी गई सभी जानकारी घरेलू उपायों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है, इन नुस्खों को अपनाने से पहले चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें Gharelu-Nuskha इसकी पुष्टि नहीं करता है.

निष्कर्ष

तो इस पोस्ट में आपने थायराइड क्या है, थायराइड क्यों होता है और थायराइड के प्रकार के बारे में जाना इसके साथ ही थायराइड के शुरुआती लक्षण और थायराइड के रामबाण इलाज को जाना उम्मीद है आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आयी होगी.

अगर पसंद आयी है तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर अवश्य करें जिससे कि वे भी थायराॅइड से बचाव के उपाय और इलाज की जानकारी को जान सकें.

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