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सर्वाइकल कैंसर के कारण, लक्षण, बचाव, और इलाज की सम्पूर्ण जानकरी

भारत की महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर होने वाला दूसरा आम कैंसर है, विशेषज्ञों की राय है कि इलाज कर काफी हद तक रोका जा सकता है, जानकारी के मुताबिक भारत में हर साल सर्वाइकल कैंसर के करीब 1.5 लाख मामले सामने आ रहे हैं, सूत्रों के मुताबिक करीब 75 हजार से अधिक मौतें सर्वाइकल कैंसर के कारण हो रही हैं. 

 

तो आज किस पोस्ट में आप सर्वाइकल कैंसर क्या है, सर्वाइकल कैंसर के कारण और सर्वाइकल कैंसर के लक्षण क्या होते हैं को जानेंगे, इसके अलावा सर्वाइकल कैंसर से बचाव कैसे करें और सर्वाइकल कैंसर का इलाज क्या है से जुड़ी कंप्लीट जानकारी को हिंदी में जानेंगे.

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जानकारी के अनुसार सर्वाइकल कैंसर का करीब 95 प्रतिशत हिस्सा मानवपेपिलोमा वायरस के कारण होता है. 


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सर्वाइकल कैंसर क्या है

विश्व भर की महिलाओं में होने वाले कैंसरों में सर्वाइकल कैंसर को अब तक का सबसे आप कैंसर माना गया है. और यह तब होता है जब शरीर की कोशिकाएं नियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं,पूरे विश्व में महिलाओं में होने वाला कैंसर सर्वाइकल कैंसर सबसे आम किस्म का कैंसर माना गया है, और यह तब होता है जब शरीर की कोशिकाएं नियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं

जब भी कैंसर गर्भाशय ग्रीवा में होता है तो उसे सर्वाइकल कैंसर (गर्भाशय ग्रीवा कैंसर) कहते हैं, गर्भाशय ग्रीवा योनि को ऊपरी भाग से जोड़ता है, इसको अंग्रेजी में सर्विक्स कहते हैं के नाम से जाना जाता है.

शोधकर्ताओं के अनुसार सर्वाइकल कैंसर मध्य जीवन यानी अधेड़ उम्र में अधिक होता है, एक शोध से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस कैंसर की लगभग आधी महिलाएं जिनमें सर्वाइकल कैंसर का निदान किया गया था उनकी आयु 35 से 55 वर्ष के बीच थी.

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सर्वाइकल कैंसर के स्टेज

सर्वाइकल कैंसर की स्टेज का पता लगाना अति महत्वपूर्ण होता है, वह इसलिए कि व्यक्ति को उसकी स्टेज के अनुसार उपचार का निर्णय लेने में मदद करता है, स्टेजिंग का मैंन उद्देश्य यह आकलन करना होता है कि आखिर कैंसर अपनी कितनी पकड़ बना चूका है या फिर कितनी दूर तक फैल गया है. 

नीचे हमने सर्वाइकल कैंसर की शून्य स्टेज से लेकर चौथी स्टेज तक बताया है, आइये जानिए सर्वाइकल कैंसर के चरणों को -

सर्वाइकल कैंसर स्टेज 0 इन हिंदी : इस स्टेज वाले मरीज के सर्विक्स में कैंसरयुक्त कोशिकाएं मौजूद नहीं होती हैं.

सर्वाइकल कैंसर स्टेज 1 इन हिंदी : ckb-Hospital के अनुसार कैंसर कोशिकाएं सतह से गर्भाशय ग्रीवा के गहरे ऊतकों (deep tissues) में और संभवतः गर्भाशय में और पास के लिम्फ नोड्स में विकसित हो गई हैं.

सर्वाइकल कैंसर स्टेज 2 इन हिंदी : इस स्टेज में कैंसर गर्भाशय ग्रीवा और गर्भाशय से आगे बढ़ जाता है लेकिन श्रोणि की दीवारों या योनि के निचले हिस्से तक नहीं पहुंचता, परन्तु यह पास के लिम्फ नोड्स को प्रभावित कर सकता है और नहीं भी.

सर्वाइकल कैंसर स्टेज 3 इन हिंदी : कैंसर कोशिकाएं (cancer cells) योनि के निचले हिस्से या फिर श्रोणि की दीवारों में मौजूद होती हैं, ये मूत्राशय से मूत्र ले जाने वाली नलियों और मूत्रवाहिनी को अवरुद्ध कर सकती हैं यह पास के लिम्फ नोड्स को प्रभावित कर भी सकता है और नहीं भी. 

सर्वाइकल कैंसर स्टेज 4 इन हिंदी : इस स्टेज में कैंसर मूत्राशय या मलाशय को प्रभावित करता है और श्रोणि से बाहर बढ़ रहा होता है, ऐसे में ये लिम्फ नोड्स को प्रभावित कर भी सकता है और नहीं भी चौथे चरण में सर्वाइकल कैंसर हड्डियों, लिवर, फेफड़ों और लिम्फ नोड्स सहित दूर के अंगों में फैल चूका होता है.

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सर्वाइकल कैंसर के लक्षण

सर्वाइकल कैंसर की पहचान : शुरुआत में आमतौर पर सर्वाइकल कैंसर के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं, लेकिन ये जैसे-जैसे गंभीर रूप धारण करने की कगार पर होता है, बैसे ही इसके लक्षण सामने आ जाते हैं इसके कुछ लक्षण निम्न प्रकार हैं-

  • योनि मार्ग से असामान्य ब्लीडिंग होना
  • योनि से अनियमित पीरियड्स होना
  • संभोग के दौरान दर्द महसूस होना
  • पेशाब (यूरिन पास) करते समय तेज़ दर्द का होना
  • संभोग के बाद योनि से खून आना

उपरोक्त सभी सर्वाइकल कैंसर के लक्षण हैं, उपरोक्त के अलावा सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित स्त्री खुद में दुसरे लक्षणों का अनुभव भी कर सकती है, यदि आप खुद में निम्न सर्वाइकल कैसर के लक्षणों का अनुभव कर रही हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए सर्वाइकल कैंसर के अन्य अन्य लक्षण निम्न प्रकार हैं-

  • दो नियमित पीरियड्स के बीच योनि से असामान्य ब्लीडिंग
  • पेल्विक दर्द होना ये पीरियड से संबंधित नहीं है
  • संभोग के बाद योनि से रक्तस्त्राव होना
  • योनि से भारी-असामान्य रक्तस्राव होना (ये पानी जैसा या गाढ़ा भी हो सकता है)
  • पेल्विक एक्ज़ाम या मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग होना

हालाँकि उपरोक्त लक्षण अन्य स्वास्थ्य समस्या से भी जुड़े हो सकते हैं, इसके लिए समय से जाँच कराने पर सर्वाइकल कैंसर का सटीक पता लगाया जा सकता है.

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सर्वाइकल कैंसर के कारण

सर्वाइकल कैंसर क्यों होता है : जैसा की आप पहले ही जान चुके हैं कि जब भी शरीर की कोशिकाएं असामान्य होकर अनियंत्रित रूप से बढ़ने बढ़ने लगती हैं तो सर्वाइकल कैंसर की समस्या बनने लगती है जानकारी के अनुसार सामान्य कोशिकाएं एक निर्धारित समय के बाद स्वतः मर जाती हैं. (Rrecmanded Video)

 

लेकिन असामान्य कोशिकाएं नहीं मरती हैं बल्कि समय के साथ-साथ विभाजित होती रहती हैं, और जब असामान्य कोशिकाएं एक ही जगह एकत्रित होती हैं तो ट्यूमर बनता है, सर्विक्स में असामान्य कोशिकाओं के बनने की स्थिति को सर्वाइकल कैंसर कहते हैं, हालाँकि कुछ अन्य कारणों से भी सर्वाइकल कैंसर हो सकता है. इसमें निम्न कारण शामिल हैं-

  • ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) से ग्रसित होना
  • असुरक्षित यौन संबंधों का बनाना
  • अधिक धूम्रपान करना
  • बार-बार गर्भधारण करना (तीन बच्चों से अधिक को जन्म देना )
  • गर्भनिरोधक दवाओं के अधिक सेवन के कारण
  • लंबे समय तक तनाव से ग्रस्त होना
  • कम उम्र में गर्भधारण करना या हो जाना
  • प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune system) कमज़ोर होना

उपरोक्त लक्षणों के अलावा यौन संचारित रोग जैसे- सुजाक, क्लैमाइडिया आदि से ग्रसित होना. 

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सर्वाइकल कैंसर से बचाव के उपाय

सर्वाइकल कैंसर से बचाव : सर्वाइकल कैंसर के मामलों में दिन-प्रतिदिन बढ़ोत्तरी होती जा रही है जानकारी के मुताबिक सर्वाइकल कैंसर बीमारी से प्रतिवर्ष करीब 74 हजार महिलाओं की मौत हो जाती है और करीब 1 लाख 32 हजार महिलाएं प्रभावित होती हैं, लांसेट ग्लोबल हेल्थ के अनुसार साल 2018 में सर्वाइकल कैंसर के करीब 97 हजार केस दर्ज किए गए थे और करीब 60 हजार महिलाओं की मौत हो गयी थी.

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इसीलिए यदि समय रहते सर्वाइकल कैंसर से बचाव करना ज़रूरी है, समय पर यदि इसका इलाज नहीं किया जाये तो यह बीमारी जानलेवा भी साबित हो सकती है, इसीलिए निम्न आवश्यक सावधानियां बरतनी ज़रूरी हैं- 

  1. स्मोकिंग बिल्कुल ना करें
  2. अपनी डाइट पर ध्यान दें
  3. पैप टेस्ट करवाएं (डॉक्टर के कहने पर)
  4. सही समय पर टीकाकरण अवश्य कराएं
  5. प्रोसेस्ड और जंक फूड से परहेज करें
  6. सुरक्षित सेक्स का अभ्यास करें
  7. खाने में जिंक का सेवन करें
  8. नियमित रूप से व्यायाम अवश्य करें

इसके अलावा सर्वाइकल कैंसर के मरीजों को उच्च शर्करा वाले खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का सेवन कतई ना करने की सलाह दी जाती है.

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सर्वाइकल कैंसर का इलाज

सर्वाइकल कैंसर (गर्भाशय ग्रीवा) का उपचार मुख्यतः निम्न छह प्रकारों से से किया जा सकता है-

  • सर्जरी
  • ब्रैकीथेरेपी
  • रेडिएशन थेरेपी
  • कीमोथेरेपी
  • टार्गेटेड थेरेपी
  • बाहरी किरण रेडियोथेरेपी

हालांकि, कुछ मामलों में कैंसर की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए इन उपचारों में से दो या अधिक को एक साथ किया जा सकता है.

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Question 1 : सर्वाइकल कैंसर कैसे ठीक होता है?

Answer : सर्वाइकल कैंसर का उपचार निम्न छह प्रकारों से करके इसको ठीक किया जा सकता है
सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, ब्रैकीथेरेपी, टार्गेटेड थेरेपी, कीमोथेरेपी और बाहरी किरण रेडियोथेरेपी
कराने से सर्वाइकल कैंसर को ठीक किया जा सकता है.

Question 2 : सर्वाइकल कैंसर कितनी तेजी से बढ़ता है?

Answer : सर्वाइकल कैंसर अन्य देशों के साथ-साथ भारत में भी काई तेज़ी से महिलाओं में हो रहा है, इसके पहले और दुसरे चरण में यदि इलाज ना कराया जाये तो ये कैंसर बहुत जल्दी हड्डियों, लिवर, फेफड़ों और लिम्फ नोड्स सहित दूर के अंगों में फैल चूका होता है.

Question 3 : सर्वाइकल कैंसर सर्जरी से ठीक होने में कितना समय लगता है?

Answer : सर्वाइकल कैंसर का ठीक होना उसकी स्थति पर निर्भर करता है इसलिए इसको मुख्य पांच चरणों में विभाजित किया गया है, यदि कैंसर शून्य से दुसरे चरण के बीच है तो ठीक होने में करीब 1 महीने से 3 महीने और यदि दुसरे और चौथे चरण तक पहुँच गया है तो 5 महीने से एक साल भी ठीक होने में लग सकता है.

Question 4 : सर्वाइकल कैंसर का सबसे अच्छा इलाज क्या है?

Answer : सर्वाइकल कैंसर की शुरुआती स्टेज में सर्जरी या फिर कीमो के साथ विकिरण का उपयोग किया जा सकता है, बाद की स्टेज में कीमो के साथ संयुक्त विकिरण आमतौर पर मुख्य उपचार होता है, केमो अक्सर उन्नत सर्वाइकल कैंसर के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है.

Question 5 : सर्वाइकल ऑपरेशन में कितना खर्चा आता है?

Answer :  जानकारी के मुताबिक सर्वाइकल ऑपरेशन कराने के लिए 1000.रु से 10000.रु का खर्च मरीजों को झेलना पड़ सकता है.

डिस्क्लेमर : इस पोस्ट में दी गई सभी जानकारी घरेलू उपायों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है, बताये गए टिप्स को अपनाने से पहले चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें Gharelu-Nuskha इसकी पुष्टि नहीं करता है. 

निष्कर्ष

तो इस पोस्ट में आपने जाना सर्वाइकल कैंसर क्या है, सर्वाइकल कैंसर के कारण और सर्वाइकल कैंसर के लक्षण क्या होते हैं को जाना इसके अलावा सर्वाइकल कैंसर से बचाव कैसे करें और सर्वाइकल कैंसर का इलाज क्या है से जुड़ी कंप्लीट जानकारी को जाना उम्मीद है आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आयी होगी.

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